hindi Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

देनदार By Deepak sharma

“टुकटुक की शादी मैं ने तय कर दी है,” बेटी को मेरी पूर्वपत्नी टुकटुक कहती, “शादी इसी चौबीस जुलाई को होगी। और रिसेप्शन पच्चीस को…..” “शादी से पहल...

Read Free

मैं अधूरा जी रहा हूं...... By W.Brajendra

मैं अधूरा जी रहा हूं…“तेरे बिना साँसें तो हैं, पर ज़िंदगी नहीं…”कमरे की खामोशी अब मेरी साथी बन चुकी है।ये चार दीवारें हर रोज़ मेरी तन्हाई का मज़ाक उड़ाती हैं।अलार्म बजता है, मोबाइल...

Read Free

कॉलेज फ्रेंड्स की कहानी By mood Writer

राघव पहली बार अपने शहर से बाहर पढ़ाई करने जा रहा था। उसका एडमिशन एक नामी कॉलेज में हो गया था और परिवार को उससे बहुत उम्मीदें थीं। स्टेशन पर खड़े होकर जब उसने अपने माता-पिता को अलवि...

Read Free

पृष्ठभूमि में नैनीताल: By महेश रौतेला

पृष्ठभूमि में नैनीताल:1973 से 1977 का नैनीताल पृष्ठभूमि में जा चुका था। सोच ही रहा था-"जीवन हैकहीं से निकल लेगा,ठोकर लगेगी,गिरेगा फिर उठ जायेगा।उसका अन्त नहीं मिलेगागायेगा,नाचेगा स...

Read Free

दोस्ती का असली मतलब By Nandini Sharma

दोस्ती का असली मतलबराहुल और आरव बचपन से ही सबसे अच्छे दोस्त थे। उनके मोहल्ले में जब भी कोई उनकी जोड़ी को देखता तो कहता, "इनकी दोस्ती की मिसाल दी जा सकती है।" दोनों का रिश्ता इतना ग...

Read Free

अमीर बाप का औलाद By Bikash parajuli

पहला भाग – शुरुआतदिल्ली के एक पॉश इलाके में विशाल कोठी में रहने वाला अर्जुन मल्होत्रा सिर्फ़ 22 साल का था। उसका बाप राकेश मल्होत्रा शहर के सबसे बड़े बिज़नेसमैन में से एक था। पैसों...

Read Free

पूस की रात By Deepak sharma

सूत्रों के अनुसार ‘पूस की रात’ कहानी पहली बार माधुरी के मई, 1930 अंक में प्रकाशित हुई थी। कैसे तो प्रेमचंद ने अपनी इस कहानी की भूमिका बांधी है!   ‘पूस की अंध...

Read Free

कौसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस By kunal kumar

कौसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ————————————   6 दिसंबर 2023 पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन | रात 12:00 बजे   दिसंबर की ठंड हड्डियों तक उतर चुकी थी। प्लेटफॉर्म पर कोसी सुपरफास्ट की सीटी गूंज...

Read Free

You Are My Choice - 64 By Butterfly

Happy Reading --------------------------   लिफ़्ट की हल्की-सी टनटनाहट पूरे कॉरिडोर में गूँज उठी, जैसे ही उसके दरवाज़े खुले। सबसे पहले जय बाहर निकला, उसके हाथ में काव्या का बैग था ज...

Read Free

तरू सिख By Manjibhai Bavaliya મનરવ

 सोमन जब छोटा था ।तब से उसमें कई कला का आविर्भाव बहता था । सब उसका बखान कर थकता ।गांव की शेरी गलि मे सब जगह उसकी ही बोल बाला रहती ।स्कुल से आते ही मम्मी उसको खिलाकर अपने भावी का भा...

Read Free

गिरहकट By dilip kumar

पन्ना, मैक, लंबू,हीरा, छोटू इनके असली नाम नहीं थे लेकिन दुनिया अब इसे ही इनका असली नाम मानती थी।मंगल प्रसाद गुप्ता ही पन्ना था, मथुरादास पांडे मैक बन चुका था। लंबू का असली नाम खलील...

Read Free

मैं खुश हूं उसकी यादों में... By W.Brajendra

मैं उसकी यादों में खुश हूँरात के अंधेरे में अक्सर मैं खुद से बातें करता हूँ। खिड़की पर टिमटिमाती चाँदनी जब मेरे कमरे में उतरती है, तो लगता है जैसे वह चुपके से मेरे पास बैठ गई हो।वह...

Read Free

साया-ए-दिल By InkImagination

कहानी शीर्षक: "साया-ए-दिल"लेखिका: InkImaginationप्रस्तावना : कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे इंसानों से मिलाती है, जो हमारे साए की तरह हमारे साथ चलते हैं, बिना किसी शोर के, बिना किसी शर्त...

Read Free

टीपू सुल्तान नायक या खलनायक ? - 7 By Ayesha

 5निंदनीय टेली-सीरियलप्रकाश चंद्र असधीर"क्या टीपू पर धारावाहिक प्रसारित किया जाना चाहिए?" — यह प्रश्न प्रत्येक हिन्दू के ध्यान का पात्र है।धारावाहिक 'द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान...

Read Free

खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप - 5 By Vivek Singh

भाग 5 – आख़िरी रात का खेलहवा में एक अजीब सी ठंडक घुली हुई थी। हवेली की दीवारों पर पुराने तेल के दीये टिमटिमा रहे थे, जिनकी लौ हर थोड़ी देर में कांप जाती, मानो कोई अदृश्य साया पास स...

Read Free

चायवाले से नेता तक – एक प्रेरक यात्रा By mood Writer

भाग 1 – साधारण शुरुआतगुजरात के एक छोटे कस्बे में, रेलवे स्टेशन के किनारे, एक पुरानी लकड़ी की गुमटी थी। सुबह-सुबह भाप उड़ाती चाय की खुशबू दूर तक फैल जाती।यहीं खड़ा होता था मनोज, अपन...

Read Free

बर्डस ऑफ पैसेज By Devendra Kumar

  बर्ड्स ऑफ़ पैसेज  विदेश मंत्रालय की विदेश सेवा में राजनयिक बन कर जाना हमारे समय में सर्वोत्कृष्ट सर्विस माना जाता था| इसीलिये आईए.एस. की परीक्षा के फार्म भरते समय लगभग सभी उम्मीदव...

Read Free

कुछ दिल के दर्द By Mahira Khan

---कहानी का नाम: कुछ कहानियां अनकही होती हैंलेखक: Writer Queen---मैं और यश… बचपन में हमारी एक ऐसी डोर बंध गई थी जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था। कहते हैं कि मेरी और उसकी म...

Read Free

डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी By Mini Kumari

डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी के प्रति दुर्व्यवहार डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी (1901-1953) सर आशुतोष मुखर्जी (1864-1924) के पुत्र थे, जो ‘बंगलार बाघ’ या ‘टाइगर अ‍ॉफ बंगाल’ के नाम से प्रस...

Read Free

एहसास: एक कहानी By Miss Chhoti

एहसास: एक कहानीएक महसूस होती हुई उदासी थी, जो किसी दिन अचानक से दिल के एक कोने में ठहर गई थी। यह उदासी न तो बारिश की बूंदों जैसी थी, न ही सूरज ढलने जैसी। यह बस थी, एक खामोश, अनकहा...

Read Free

जनता के प्रति दुर्व्यवहार By Mini Kumari

जनता के प्रति दुर्व्यवहार ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी.एन. शर्मा ने अपनी पुस्‍तक ‘इंडिया बिट्रेड’ में एक किस्सा सुनाया, जो काफी परेशान करने वाला है। (बी.एन.एस./2-4) लेखक तब एक युवा,...

Read Free

मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी - 1 By Dr. Gyanendra Singh

.मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानीगाँव के बीचों-बीच, पुराने मंदिर के पास, एक प्राचीन बरगद खड़ा था। उसकी जड़ें धरती के भीतर ऐसे फैली थीं, जैसे धरती की धमनियाँ हों, जो पूरे गाँव...

Read Free

बाबर को सम्मान By Mini Kumari

उज्बेकिस्तान में जनमा जहीर-उद्-दीन मुहम्मद बाबर (1483-1530), जो सामूहिक हत्यारे तामेरलेन (तैमूर) का प्रत्यक्ष वंशज था, भारत में मुगल वंश का संस्थापक था और वर्ष 1526 से 1530 तक भारत...

Read Free

सच्ची पहचान By Rakesh Kaul

सच्ची पहचान एक हफ़्ते की रौनक के बाद आज अचानक घर में सूना-सूना लग रहा है | करीब एक हफ़्ते पहले बड़ा बेटा साबिर अपनी बेगम फरीदा और दोनों बच्चों के साथ घर आया था | उसकी बड़ी बेटी हिना पा...

Read Free

इंतज़ार By vishwa singh

इंतज़ार बाबा चारपाई पर लेटे हैं और पिछले दो दिनों से उनका खाना-पीना भी बंद है। हालत इतनी खराब है कि वे बाथरूम-टॉयलेट भी नहीं जा पा रहे हैं।ऐसे में सबसे बड़े साहब और छोटे बाबू दिल्ल...

Read Free

जिस्म बिना रूह By Vivek Singh

 जिस्म बिना रूह (A Body Without Soul)> "इंसान सिर्फ तब तक जिंदा होता है, जब तक उसमें रूह होती है... जिस्म तो बस एक खोल है। पर अगर किसी जिस्म को रूह छोड़ दे, और वो फिर भी ज़िंदा रहे...

Read Free

डॉ. राजेंद्र प्रसाद By Mini Kumari

डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रति दुर्व्यवहार स्वतंत्रता सेनानियों के बीच डॉ. राजेंद्र प्रसाद का अकादमिक रिकॉर्ड सबसे बेहतर था (डॉ. आंबेडकर को छोड़कर)। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से...

Read Free

सफ़र खूबसूरत सा (आखिरी भाग) By p batrae

ये "कस्तूरी ने किचन से बाहर झांकते हुए कहा...." ये तो यही के बच्चों ने बनाया है "कस्तूरी ने कहा तो वो हैरान रह गया "'जानती हो बिल्कुल ऐसा ही लैंप मैंने बाजार से खरीदा था ... मु...

Read Free

सच्ची संवेदनाएँ बनाम सोशल मीडिया By vishwa singh

"एक संवेदनात्मक कथा जो झूठे दिखावे और असलियत के बीच की दूरी को उजागर करती है।" दौर है ये सोशल मीडिया का जब ऐसे हर मौके पे गजब के सतरंगी मेसेज की बाढ़ सी दिखती है। बेशक रियल लाइफ मे...

Read Free

वीर सावरकर By Mini Kumari

वीर सावरकर के प्रति दुर्व्यवहार सावरकर का मामला बिल्कुल अनोखा, चौंकाने वाला, सभी देशभक्तों एवं चाहने वाले लोगों के लिए बेहद दर्दनाक है। उन्होंने ब्रिटिश जेल (कालापानी) में सबसे अधि...

Read Free

रानी आबक्का - समंदर की शेरनी By Aadi jain

सारांश (Summary):"रानी आबक्का – समंदर की शेरनी" एक ऐसी ऐतिहासिक नारी की सच्ची गाथा है, जिसे भारत के इतिहास में उतनी पहचान नहीं मिली, जितनी मिलनी चाहिए थी। 16वीं शताब्दी में दक्षिण...

Read Free

सहोदरा By Deepak sharma

                      उस दिन मां का बुखार तेज़ था।                     &nbs...

Read Free

भगत सिंह और चंद्र शेखर आजाद By Mini Kumari

भगत सिंह और आजाद के प्रति दुर्व्यवहार लोगों द्वारा गांधी और वायसराय इरविन के बीच चल रही बातचीत में शहीद भगत सिंह और अन्य लोगों के जीवन को बचाने की प्रार्थना किए जाने के बावजूद 5 मा...

Read Free

झरोखे से निकले शब्द By Priyanka Soni

वर्नालय — एक ऐसी भूमि जहाँ प्रकृति साँस लेती है, जहाँ झरनों की सरगम में कविता बहती है, जहाँ हर हवा के झोंके में कोई भूला हुआ अफ़साना छुपा होता है। इसी स्वप्नवत् दुनिया के हृदय में...

Read Free

नेताजी सुभाषचंद्र बोस By Mini Kumari

आजाद हिंद फौज (आई.एन.ए.) के प्रति दुर्व्यवहार आजाद हिंद फौज (आई.एन.ए.) दक्षिण-पूर्व एशिया में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय स्वतंत्रता की रक्षा के लिए नेताजी के नेतृत्व में भ...

Read Free

पहुनाई By Deepak sharma

“कौन हो सकता है?” दरवाज़े की घंटी सुन कर हम दोनों चौंके। शोध छात्रों के लिए आरक्षित इस परिसर में वह हमारी पहली रात थी। “आप?” दरवाज़ा खुलने की आवाज़ के साथ स...

Read Free

सरदार वल्लभभाई पटेल By Mini Kumari

सरदार पटेल के प्रति दुर्व्यवहार नेहरू ने उन पदों पर कब्जा कैसे किया, जिन पर सही मायनों में सरदार पटेल का अधिकार था, यह जानने के लिए कृपया उपर्युक्त भूल#1 और भूल#6 देखें। भारत को मह...

Read Free

डाकिया जो कभी नहीं लौटा By Vivek Singh

 डाकिया जो कभी नहीं लौटालेखक: विवेक सिंहशैली: हॉरर | सस्पेंस | एक ही भाग में पूरी---गांव का नाम था – गंगापुर।चारों ओर हरियाली, शांत जीवन, और समय पर पहुंचने वाला डाकिया – राकेश यादव...

Read Free

महाराजा रणजीत सिंह By Real heros

(संक्षिप्त परिचय)शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह आज हम जिस इतिहास पुरुष के बारे में जानने जा रहे है उस वीर सपूत को रणजीत सिंह, महाराजा रणजीत सिंह, सरकार खालसा, सिंघ साहब, शेर-ए-पंजा...

Read Free

पापा, अब बस। By BleedingTypewriter

Chapter 1 – गांव की इच्छारात की ठंडी हवा ने पूरे गाँव को थपकी दी थी। अंधेरों में सिर्फ कुत्तों के भौंकने की आवाज़ थी, पर एक छोटी सी झलक सुबह की रौशनी भी पिघलने लगी थी। उसी रौशनी की...

Read Free

फर्श के नीचे जो सांसें आती हैं By Vivek Singh

--- फर्श के नीचे जो सांसें आती हैं(एक ख़ौफ़नाक हॉरर कहानी)---“मैंने जब पहली बार वो आवाज़ सुनी… लगा जैसे कोई बहुत पास है… लेकिन दिखता कुछ नहीं था… वो आवाज़… सांस लेने की थी… बहुत भा...

Read Free

देनदार By Deepak sharma

“टुकटुक की शादी मैं ने तय कर दी है,” बेटी को मेरी पूर्वपत्नी टुकटुक कहती, “शादी इसी चौबीस जुलाई को होगी। और रिसेप्शन पच्चीस को…..” “शादी से पहल...

Read Free

मैं अधूरा जी रहा हूं...... By W.Brajendra

मैं अधूरा जी रहा हूं…“तेरे बिना साँसें तो हैं, पर ज़िंदगी नहीं…”कमरे की खामोशी अब मेरी साथी बन चुकी है।ये चार दीवारें हर रोज़ मेरी तन्हाई का मज़ाक उड़ाती हैं।अलार्म बजता है, मोबाइल...

Read Free

कॉलेज फ्रेंड्स की कहानी By mood Writer

राघव पहली बार अपने शहर से बाहर पढ़ाई करने जा रहा था। उसका एडमिशन एक नामी कॉलेज में हो गया था और परिवार को उससे बहुत उम्मीदें थीं। स्टेशन पर खड़े होकर जब उसने अपने माता-पिता को अलवि...

Read Free

पृष्ठभूमि में नैनीताल: By महेश रौतेला

पृष्ठभूमि में नैनीताल:1973 से 1977 का नैनीताल पृष्ठभूमि में जा चुका था। सोच ही रहा था-"जीवन हैकहीं से निकल लेगा,ठोकर लगेगी,गिरेगा फिर उठ जायेगा।उसका अन्त नहीं मिलेगागायेगा,नाचेगा स...

Read Free

दोस्ती का असली मतलब By Nandini Sharma

दोस्ती का असली मतलबराहुल और आरव बचपन से ही सबसे अच्छे दोस्त थे। उनके मोहल्ले में जब भी कोई उनकी जोड़ी को देखता तो कहता, "इनकी दोस्ती की मिसाल दी जा सकती है।" दोनों का रिश्ता इतना ग...

Read Free

अमीर बाप का औलाद By Bikash parajuli

पहला भाग – शुरुआतदिल्ली के एक पॉश इलाके में विशाल कोठी में रहने वाला अर्जुन मल्होत्रा सिर्फ़ 22 साल का था। उसका बाप राकेश मल्होत्रा शहर के सबसे बड़े बिज़नेसमैन में से एक था। पैसों...

Read Free

पूस की रात By Deepak sharma

सूत्रों के अनुसार ‘पूस की रात’ कहानी पहली बार माधुरी के मई, 1930 अंक में प्रकाशित हुई थी। कैसे तो प्रेमचंद ने अपनी इस कहानी की भूमिका बांधी है!   ‘पूस की अंध...

Read Free

कौसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस By kunal kumar

कौसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ————————————   6 दिसंबर 2023 पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन | रात 12:00 बजे   दिसंबर की ठंड हड्डियों तक उतर चुकी थी। प्लेटफॉर्म पर कोसी सुपरफास्ट की सीटी गूंज...

Read Free

You Are My Choice - 64 By Butterfly

Happy Reading --------------------------   लिफ़्ट की हल्की-सी टनटनाहट पूरे कॉरिडोर में गूँज उठी, जैसे ही उसके दरवाज़े खुले। सबसे पहले जय बाहर निकला, उसके हाथ में काव्या का बैग था ज...

Read Free

तरू सिख By Manjibhai Bavaliya મનરવ

 सोमन जब छोटा था ।तब से उसमें कई कला का आविर्भाव बहता था । सब उसका बखान कर थकता ।गांव की शेरी गलि मे सब जगह उसकी ही बोल बाला रहती ।स्कुल से आते ही मम्मी उसको खिलाकर अपने भावी का भा...

Read Free

गिरहकट By dilip kumar

पन्ना, मैक, लंबू,हीरा, छोटू इनके असली नाम नहीं थे लेकिन दुनिया अब इसे ही इनका असली नाम मानती थी।मंगल प्रसाद गुप्ता ही पन्ना था, मथुरादास पांडे मैक बन चुका था। लंबू का असली नाम खलील...

Read Free

मैं खुश हूं उसकी यादों में... By W.Brajendra

मैं उसकी यादों में खुश हूँरात के अंधेरे में अक्सर मैं खुद से बातें करता हूँ। खिड़की पर टिमटिमाती चाँदनी जब मेरे कमरे में उतरती है, तो लगता है जैसे वह चुपके से मेरे पास बैठ गई हो।वह...

Read Free

साया-ए-दिल By InkImagination

कहानी शीर्षक: "साया-ए-दिल"लेखिका: InkImaginationप्रस्तावना : कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे इंसानों से मिलाती है, जो हमारे साए की तरह हमारे साथ चलते हैं, बिना किसी शोर के, बिना किसी शर्त...

Read Free

टीपू सुल्तान नायक या खलनायक ? - 7 By Ayesha

 5निंदनीय टेली-सीरियलप्रकाश चंद्र असधीर"क्या टीपू पर धारावाहिक प्रसारित किया जाना चाहिए?" — यह प्रश्न प्रत्येक हिन्दू के ध्यान का पात्र है।धारावाहिक 'द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान...

Read Free

खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप - 5 By Vivek Singh

भाग 5 – आख़िरी रात का खेलहवा में एक अजीब सी ठंडक घुली हुई थी। हवेली की दीवारों पर पुराने तेल के दीये टिमटिमा रहे थे, जिनकी लौ हर थोड़ी देर में कांप जाती, मानो कोई अदृश्य साया पास स...

Read Free

चायवाले से नेता तक – एक प्रेरक यात्रा By mood Writer

भाग 1 – साधारण शुरुआतगुजरात के एक छोटे कस्बे में, रेलवे स्टेशन के किनारे, एक पुरानी लकड़ी की गुमटी थी। सुबह-सुबह भाप उड़ाती चाय की खुशबू दूर तक फैल जाती।यहीं खड़ा होता था मनोज, अपन...

Read Free

बर्डस ऑफ पैसेज By Devendra Kumar

  बर्ड्स ऑफ़ पैसेज  विदेश मंत्रालय की विदेश सेवा में राजनयिक बन कर जाना हमारे समय में सर्वोत्कृष्ट सर्विस माना जाता था| इसीलिये आईए.एस. की परीक्षा के फार्म भरते समय लगभग सभी उम्मीदव...

Read Free

कुछ दिल के दर्द By Mahira Khan

---कहानी का नाम: कुछ कहानियां अनकही होती हैंलेखक: Writer Queen---मैं और यश… बचपन में हमारी एक ऐसी डोर बंध गई थी जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था। कहते हैं कि मेरी और उसकी म...

Read Free

डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी By Mini Kumari

डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी के प्रति दुर्व्यवहार डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी (1901-1953) सर आशुतोष मुखर्जी (1864-1924) के पुत्र थे, जो ‘बंगलार बाघ’ या ‘टाइगर अ‍ॉफ बंगाल’ के नाम से प्रस...

Read Free

एहसास: एक कहानी By Miss Chhoti

एहसास: एक कहानीएक महसूस होती हुई उदासी थी, जो किसी दिन अचानक से दिल के एक कोने में ठहर गई थी। यह उदासी न तो बारिश की बूंदों जैसी थी, न ही सूरज ढलने जैसी। यह बस थी, एक खामोश, अनकहा...

Read Free

जनता के प्रति दुर्व्यवहार By Mini Kumari

जनता के प्रति दुर्व्यवहार ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी.एन. शर्मा ने अपनी पुस्‍तक ‘इंडिया बिट्रेड’ में एक किस्सा सुनाया, जो काफी परेशान करने वाला है। (बी.एन.एस./2-4) लेखक तब एक युवा,...

Read Free

मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी - 1 By Dr. Gyanendra Singh

.मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानीगाँव के बीचों-बीच, पुराने मंदिर के पास, एक प्राचीन बरगद खड़ा था। उसकी जड़ें धरती के भीतर ऐसे फैली थीं, जैसे धरती की धमनियाँ हों, जो पूरे गाँव...

Read Free

बाबर को सम्मान By Mini Kumari

उज्बेकिस्तान में जनमा जहीर-उद्-दीन मुहम्मद बाबर (1483-1530), जो सामूहिक हत्यारे तामेरलेन (तैमूर) का प्रत्यक्ष वंशज था, भारत में मुगल वंश का संस्थापक था और वर्ष 1526 से 1530 तक भारत...

Read Free

सच्ची पहचान By Rakesh Kaul

सच्ची पहचान एक हफ़्ते की रौनक के बाद आज अचानक घर में सूना-सूना लग रहा है | करीब एक हफ़्ते पहले बड़ा बेटा साबिर अपनी बेगम फरीदा और दोनों बच्चों के साथ घर आया था | उसकी बड़ी बेटी हिना पा...

Read Free

इंतज़ार By vishwa singh

इंतज़ार बाबा चारपाई पर लेटे हैं और पिछले दो दिनों से उनका खाना-पीना भी बंद है। हालत इतनी खराब है कि वे बाथरूम-टॉयलेट भी नहीं जा पा रहे हैं।ऐसे में सबसे बड़े साहब और छोटे बाबू दिल्ल...

Read Free

जिस्म बिना रूह By Vivek Singh

 जिस्म बिना रूह (A Body Without Soul)> "इंसान सिर्फ तब तक जिंदा होता है, जब तक उसमें रूह होती है... जिस्म तो बस एक खोल है। पर अगर किसी जिस्म को रूह छोड़ दे, और वो फिर भी ज़िंदा रहे...

Read Free

डॉ. राजेंद्र प्रसाद By Mini Kumari

डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रति दुर्व्यवहार स्वतंत्रता सेनानियों के बीच डॉ. राजेंद्र प्रसाद का अकादमिक रिकॉर्ड सबसे बेहतर था (डॉ. आंबेडकर को छोड़कर)। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से...

Read Free

सफ़र खूबसूरत सा (आखिरी भाग) By p batrae

ये "कस्तूरी ने किचन से बाहर झांकते हुए कहा...." ये तो यही के बच्चों ने बनाया है "कस्तूरी ने कहा तो वो हैरान रह गया "'जानती हो बिल्कुल ऐसा ही लैंप मैंने बाजार से खरीदा था ... मु...

Read Free

सच्ची संवेदनाएँ बनाम सोशल मीडिया By vishwa singh

"एक संवेदनात्मक कथा जो झूठे दिखावे और असलियत के बीच की दूरी को उजागर करती है।" दौर है ये सोशल मीडिया का जब ऐसे हर मौके पे गजब के सतरंगी मेसेज की बाढ़ सी दिखती है। बेशक रियल लाइफ मे...

Read Free

वीर सावरकर By Mini Kumari

वीर सावरकर के प्रति दुर्व्यवहार सावरकर का मामला बिल्कुल अनोखा, चौंकाने वाला, सभी देशभक्तों एवं चाहने वाले लोगों के लिए बेहद दर्दनाक है। उन्होंने ब्रिटिश जेल (कालापानी) में सबसे अधि...

Read Free

रानी आबक्का - समंदर की शेरनी By Aadi jain

सारांश (Summary):"रानी आबक्का – समंदर की शेरनी" एक ऐसी ऐतिहासिक नारी की सच्ची गाथा है, जिसे भारत के इतिहास में उतनी पहचान नहीं मिली, जितनी मिलनी चाहिए थी। 16वीं शताब्दी में दक्षिण...

Read Free

सहोदरा By Deepak sharma

                      उस दिन मां का बुखार तेज़ था।                     &nbs...

Read Free

भगत सिंह और चंद्र शेखर आजाद By Mini Kumari

भगत सिंह और आजाद के प्रति दुर्व्यवहार लोगों द्वारा गांधी और वायसराय इरविन के बीच चल रही बातचीत में शहीद भगत सिंह और अन्य लोगों के जीवन को बचाने की प्रार्थना किए जाने के बावजूद 5 मा...

Read Free

झरोखे से निकले शब्द By Priyanka Soni

वर्नालय — एक ऐसी भूमि जहाँ प्रकृति साँस लेती है, जहाँ झरनों की सरगम में कविता बहती है, जहाँ हर हवा के झोंके में कोई भूला हुआ अफ़साना छुपा होता है। इसी स्वप्नवत् दुनिया के हृदय में...

Read Free

नेताजी सुभाषचंद्र बोस By Mini Kumari

आजाद हिंद फौज (आई.एन.ए.) के प्रति दुर्व्यवहार आजाद हिंद फौज (आई.एन.ए.) दक्षिण-पूर्व एशिया में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय स्वतंत्रता की रक्षा के लिए नेताजी के नेतृत्व में भ...

Read Free

पहुनाई By Deepak sharma

“कौन हो सकता है?” दरवाज़े की घंटी सुन कर हम दोनों चौंके। शोध छात्रों के लिए आरक्षित इस परिसर में वह हमारी पहली रात थी। “आप?” दरवाज़ा खुलने की आवाज़ के साथ स...

Read Free

सरदार वल्लभभाई पटेल By Mini Kumari

सरदार पटेल के प्रति दुर्व्यवहार नेहरू ने उन पदों पर कब्जा कैसे किया, जिन पर सही मायनों में सरदार पटेल का अधिकार था, यह जानने के लिए कृपया उपर्युक्त भूल#1 और भूल#6 देखें। भारत को मह...

Read Free

डाकिया जो कभी नहीं लौटा By Vivek Singh

 डाकिया जो कभी नहीं लौटालेखक: विवेक सिंहशैली: हॉरर | सस्पेंस | एक ही भाग में पूरी---गांव का नाम था – गंगापुर।चारों ओर हरियाली, शांत जीवन, और समय पर पहुंचने वाला डाकिया – राकेश यादव...

Read Free

महाराजा रणजीत सिंह By Real heros

(संक्षिप्त परिचय)शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह आज हम जिस इतिहास पुरुष के बारे में जानने जा रहे है उस वीर सपूत को रणजीत सिंह, महाराजा रणजीत सिंह, सरकार खालसा, सिंघ साहब, शेर-ए-पंजा...

Read Free

पापा, अब बस। By BleedingTypewriter

Chapter 1 – गांव की इच्छारात की ठंडी हवा ने पूरे गाँव को थपकी दी थी। अंधेरों में सिर्फ कुत्तों के भौंकने की आवाज़ थी, पर एक छोटी सी झलक सुबह की रौशनी भी पिघलने लगी थी। उसी रौशनी की...

Read Free

फर्श के नीचे जो सांसें आती हैं By Vivek Singh

--- फर्श के नीचे जो सांसें आती हैं(एक ख़ौफ़नाक हॉरर कहानी)---“मैंने जब पहली बार वो आवाज़ सुनी… लगा जैसे कोई बहुत पास है… लेकिन दिखता कुछ नहीं था… वो आवाज़… सांस लेने की थी… बहुत भा...

Read Free